पर्वत (Mountains)
ये वैसे ऊंचे स्थल है जिनका ढाल तीव्र एवं शिखर क्षेत्र संकुचित होता है। यह सामान्यतः 1000 मीटर से अधिक ऊंचे होते हैं।
पर्वतों के लघु रूप जिनकी ऊंचाई 1000 मीटर से कम होती है पहाड़ी कहलाते हैं। किसी पर्वत या पहाड़ी की छोटी या सर्वोच्च भाग पर्वत का शिकार कहलाता है।
एक ही काल में निर्मित तथा एक संकरी पेटी में विस्तृत पर्वत तथा पहाड़ियों के क्रम को पर्वत श्रेणी कहते हैं। इनमें अनेक पर्वत शिखर व घाटिया मिलते है। भिन्न-भिन्न कालों में निर्मित विभिन्न समानांतर श्रेणियां व एकाकी पर्वत मिलकर पर्वत श्रृंखला बनाते है।
एक पर्वत समूह पर्वत तंत्रो का वह समूह होता है जिसमें कई युगों के निर्मित पर्वत व पहाड़ियां पाई जाती है। उत्तरी अमेरिका का प्रशांत तटीय पर्वतीय भाग प्रशांत कॉर्डिलेरा इसका प्रमुख उदाहरण है।
भारत का भूगोल :भारत का परिचय (Introduction to India)
भारत के पर्वत व पहाड़िया (Indian Mountains and Hills)
भारत के दर्रे (Important Maountain Passes of India)
भारत का अपवाह तंत्र (Rivers of India)
वायुमंडल की संरचना (Layers of Atmosphere)
पृथ्वी की आंतरिक संरचना (Structure of Earth)पर्वतों का वर्गीकरण (Classification of Mountains)
मोड़दार या वलित पर्वत (Fold Mountains)
यह संपीडन की शक्तियों द्वारा निर्मित पर्वत है। जब चट्टानों में पृथ्वी की आंतरिक शक्तियों द्वारा मोड व वलन पड़ जाता है तो इसे मोड़दार पर्वत कहा जाता है। मोड़दार पर्वत विश्व के सबसे उंचे सर्वाधिक विस्तृत पर्वत है। यह पर्वत लहरदार होते हैं एवं उनके अनेक अभिनतिया एवं अपनतियां पाई जाती है। हिमालय, ऐल्प्स , उराल, रॉकी, एंडीज, एटलस आदि प्रमुख मोड़दार पर्वत हैं। हिमालय की उत्पत्ति टेथिस सागर निक्षेपों से हुई है।अवरोधी या ब्लॉक पर्वत (Block Mountains)
इसका निर्माण तनाव या खिंचाव की शक्तियों द्वारा होता है। इसमें भ्रंश या दरारे बनती हैं जिससे धरातल का कुछ भाग धस जाता है व कुछ भाग ऊपर उठ जाता है। दरारों के समीप के ऊंचे उठे भाग ब्लॉक पर्वत कहलाते हैं। कैलिफोर्निया का सिएरा नेवाडा पर्वत विश्व का सबसे अधिक विस्तृत ब्लॉक पर्वत है। यू एस ए के ऊटा प्रान्त का वासाच रेंज इसका उदाहरण है यूरोप में वासजेस एवं ब्लैक फॉरेस्ट पर्वत ब्लैक ब्लॉक पर्वत के प्रमुख उदाहरण है। इसके मध्य के भाग के धसाव के कारण राइन भू-भ्रंश घाटी का निर्माण हुआ है। पाकिस्तान का साल्ट रेंज भी ब्लॉक पर्वत का उदाहरण है।गुंबदाकर पर्वत (Domed Mountains)
ज्वालामुखी क्रिया तथा स्थल में उभर के कारण इसकी उत्पत्ति होती है। यू एस ए के सिनसिनाती उभार, ब्लैक हिल्स, बिगहोर्न्स इसका उदाहरण है।संगृहीत पर्वत (Accumulation Mountains)
ज्वालामुखी के उद्गार से निस्सृत लावा, विखंडित पदार्थ तथा राखचूर्ण आदि के क्रमबद्ध अथवा असम्बद्ध एकत्रीकरण के फलस्वरुप इन पर्वतों का निर्माण होता है। अतः इन्हें ज्वालामुखी पर्वत भी कहा जाता है। जापान का फ्यूजीयामा और इक्वाडोर का कोटोपैक्सी इसके प्रमुख उदाहरण है।मिश्रित पर्वत या जटिल पर्वत (Complex Mountains)
जब किसी पर्वत में बनावट संबंधी अनेक जटिलताएं पाई जाती हैं एवं सामान्यतः चट्टानों के मिश्रित रूप पाए जाते हैं तो इस प्रकार के पर्वत का निर्माण होता है। यू एस ए का सियरा नेवादा व एनाकोंडा श्रेणी इसके प्रमुख उदाहरण हैंअवशिष्ट पर्वत (Residual Mountains)
यह मौलिक पर्वत नहीं है। अपरदन की शक्तियों द्वारा जब प्रारंभिक पर्वत घर्षित हो जाते हैं तो घर्षित पर्वत या अवशिष्ट पर्वतों का निर्माण होता है। भारत के विंध्याचल, अरावली, सतपुरा, महादेव, पश्चिमी घाट, पूर्वी घाट, पारसनाथ आदि अवशिष्ट पर्वतों के उदाहरण है।TAGS: types of mountains,fold mountains,पर्वतों के प्रकार,block mountains,mountains,volcanic mountains,पर्वत,पर्वतों का निर्माण,type of mountains,भारत के पर्वतों के प्रकार,वलित पर्वत,पर्वतों के बारे में,अवशिष्ट पर्वत,types of mountains in geography,पर्वत के प्रकार,world mountains,पर्वत का निर्माण,folded mountains,mountains in hindi,types of mountains in india,types of mountains in hindi,mountains of india geography,वलीत पर्वतों के प्रकार